उसके बिना चुपचाप रहना अच्छा लगता है,
ख़ामोशी से एक दर्द को सहना अच्छा लगता है,,
जिस प्यार की याद में निकल पड़ते है आसू,
पर सामने उसके कुछ न कहना अच्छा लगता है,,
मिल के उससे बिछड़ न जाये बस यही दुआ करते है हर पल,
इसलिए कभी कभी उनसे दूर रहना अच्छा लगता है,,
जी चाहता है साडी खुशिया लेकर उनकी झोली में भर दू,
बस उनके ही प्यार में सब कुछ खोना अच्छा लगता है,,
उनका मिलना न मिलना तो किस्मत की बात है,
पर पल पल उसकी याद में रोना अच्छा लगता है,,
उसके बिना ये सारी खुशिया अजीब सी लगती है,
पर हमें तो रो रो के उसकी याद में जलना अच्छा लगता है|
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